Gulzar Sahab’s famous poem: नमस्कार, आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए गुलजार साहब की मशहूर कविता और आकर्षक गुलजार कविता हिंदी में लेकर आये हैं।
ऐसी कई वेबसाइटें हैं जहां आप हिंदी में कविताएं पा सकते हैं, यहां आपको कई तरह की गुलजार साहब की मशहूर कविता मिलेंगी। यह हिंदी कविता मैंने आपके लिए लिखी है, मैंने यह पोस्ट आपके लिए तैयार की है, आप आसानी से पढ़ सकते हैं।
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Gulzar Sahab’s famous poem
आँधी आई, उड़ा बदल
छाया घेरा, आँधी आई
राह भटकी, भटकी सी राह
पर चलते चलते, कहीं से आई
साया साया, राह में रहा
पर आँधी तो वही, आँधी आई
आँधी आई, उड़ा बदल
छाया घेरा, आँधी आई
गुलजार साहब की मशहूर कविता हिंदी में
तेरे भवर में अकेले हम, जिंदगी रात भर रोज़गार की
कितनी तूफ़ानी रातें हैं, अपनी ही राह में हम सवार की
गुलज़ार की बातें कभी भी ख़ामोश नहीं होतीं,
उनकी बातों में हर दर्द की छाया छाया सा सवार की
खुद उनके शब्दों में है एक अजीब सी बात,
जैसे कोई आईना हो, जो दिल की हर बात को प्यार की नज़र से देखा सवार की
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